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Jammu and Kashmir Terror Attack: जम्मू-कश्मीर में 9 जून से लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं. बांदीपोरा में भी सोमवार को आतंकियों के साथ एनकाउंटर शुरू हुआ था. इसके बाद लश्कर कमांडर उमर अकबर के मारे जाने की खबर आई है.
Updated : Jun 18, 2024, 12:16 PM IST
Jammu and Kashmir Terror Attack: जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रहे आतंकी हमलों के बीच एक बड़ी सफलता सुरक्षा बलों को हाथ लगी है. बांदीपोरा जिले में सोमवार को आतंकी हमले के बाद शुरू हुए सर्च ऑपरेशन के दौरान एक आतंकी ढेर कर दिया गया है. इस आतंकी की पहचान सुरक्षा बलों ने उमर अकबर लोन के तौर पर की है, जो घाटी में पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा (LeT) के कमांडर के तौर पर एक्टिव था. इस बात की पुष्टि सुरक्षा बलों ने मंगलवार की सुबह की है. उधर, जम्मू-कश्मीर में धार्मिक अमरनाथ यात्रा को लेकर भी हाई सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया गया है. अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होनी है, जिसमें इस बार आतंकी हमले होने की आशंका जताई जा रही है.
इंटेलिजेंस की सूचना पर शुरू हुआ था सर्च ऑपरेशन
भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF की जॉइंट टीम का बांदीपोरा में 16-17 जून की दरम्यानी रात आतंकियों से एनकाउंटर शुरू हुआ था. सुरक्षा बल इसी एनकाउंटर के दौरान लश्कर कमांडर को ढेर करने में सफल रहे हैं. राष्ट्रीय राइफल्स (RR) के कमांडर 3 सेक्टर विपुल त्यागी के मुताबिक,'हमें कुछ समय से लगातार बांदीपोरा के अरगाम एरिया में लगातार आतंकियों के एक्टिव होने की रिपोर्ट मिल रही थी. हम इसे लेकर पूरे इलाके को अपनी निगरानी में रखे हुए थे. इंटेलिजेंस से मिली सूचना के आधार पर हमने 16-17 जून की दरम्यानी रात में जॉइंट सर्च ऑपरेशन शुरू किया था. इसी दौरान हमारी एंबुश पार्टी को कुछ संदिग्ध गतिविधिया दिखी. एंबुश पार्टी ने आतंकियों पर फायरिंग शुरू कर दी. इस एनकाउंटर के दौरान एक आतंकी उमर लोन मारा गया है.'
2018 से निशाने पर था भारतीय सेना के
कमांडर विपुल त्यागी ने बताया कि उमर लोन साल 2018 से निशाने पर था. उमर 2018 में एक्टिव कैटेगरी-1ए टैररिस्ट तय किया गया था. उमर फिलहाल लश्कर-ए-ताइबा (LeT) और TRF से जुड़ा हुआ था. तभी से वह भारतीय सेना के निशाने पर था. उमर लोन घाटी में बहुत सारी आतंकी गतिविधियों में शामिल था. इनमें नए आतंकी भर्ती करना, OGW नेटवर्क चलाना और अवैध तरीके से हत्याएं कराना शामिल है. उसे खत्म करना सुरक्षा बलों के लिए बड़ी सफलता माना जा सकता है. त्यागी ने कहा,'पिछले कुछ सप्ताह में भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने हाई ऑपरेशनल मोमेंटम बनाकर रखा है, जिसके चलते हमें कई बड़ी सफलता हासिल हुई हैं और कुछ पुराने आतंकियों को खत्म करने में हम सफल रहे हैं. इस काम में हमें जनता की तरफ से भी पूरा सहयोग मिला है.'
#WATCH | J&K: Commander 3 Sector, Rashtriya Rifles (RR), Vipul Tyagi says, "We were getting reports of terrorist activities in Aragam area of Bandipora for some time. We were keeping this area under constant surveillance. On the night of 16-17 June, we received specific… pic.twitter.com/Wy6NjDFKiw
— ANI (@ANI) June 18, 2024
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टारगेट किलिंग का एक्सपर्ट था उमर लोन
जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक सीनियर अफसर के मुताबिक, 'उमर लोन टारगेट किलिंग का एक्सपर्ट था. वह कश्मीर घाटी में दूसरे राज्यों के मजदूरों, कर्मचारियों और टूरिस्ट्स को टारगेट बनाकर उनकी हत्या करने या कराने का काम कर रहा था. हालिया सालों में इस तरह की हत्याओं में संख्या बढ़ी है. ऐसे में उसका एनकाउंटर होना एक बड़े सिरदर्द को कम कर सकती है.'
अमरनाथ यात्रा पर हाई अलर्ट, सुरक्षा बलों ने किया मॉक ड्रिल
जम्मू-कश्मीर में हर साल होने वाली पवित्र अमरनाथ यात्रा इस बार 29 जून से शुरू हो रही है. राज्य में हालिया आतंकी घटनाओं में बढ़ोतरी के चलते इसे लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है. सुरक्षा बलों के साथ ही यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. इसके अलावा सुरक्षा बलों ने मंगलवार को इसे लेकर एक मॉक ड्रिल भी की है, जिसें यात्रा के दौरान आतंकी हमला होने पर उससे निपटने की कवायद की गई है.
#WATCH | J&K Police, along with Special Operation Group (SOG), holds a mock drill at Amarnath Yatra base camp in Jammu. Security has been tightened for the upcoming Amarnath Yatra. pic.twitter.com/bLFWfk67HE
— ANI (@ANI) June 18, 2024
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