भारत
Pappu Yadav गांधी परिवार से नजदीकियों को लेकर चर्चा में तो बने हुए हैं ही, वह कहते हैं अगर नीतीश कुमार मोदी 3.0 में मंत्रालय की जगह नरेंद्र मोदी सरकार से बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांगते तो शायद बात कुछ और ही होती.
Updated : Jun 11, 2024, 04:36 PM IST
बिहार से 14 साल बाद लोकसभा चुनाव निर्दलीय जीत कर आए हैं एक मात्र सांसद उर्फ राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव. पप्पू यादव सात बार के बिहार से सांसद चुने जा चुके हैं, जिसमें रिकॉर्ड चार बार निर्दलीय चुनाव जीत कर आए हैं.
इन दिनों गांधी परिवार से नजदीकियों को लेकर चर्चा में तो बने हुए हैं ही, वहीं उनका ये भी मानना है कि अगर नीतीश कुमार मोदी 3.0 में मंत्रालय की जगह नरेंद्र मोदी सरकार से बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांगते तो शायद बात कुछ और ही होती. खैर कोई न कोई मजबूरी रही होगी उनकी भी वर्ना वो इतनी जल्दी से नतमस्तक नहीं होते हैं.
यह भी पढ़ें: Lok Sabha Election Results में टूट गया 'माया'जाल, UP में 0 पर आउट हुई BSP
देश को बचा लिया पप्पू ने'
2014 से जिस तरह से देश में 'पप्पू' नाम को प्रचारित प्रसारित किया गया है उसपर पप्पू यादव का मानना है कि 2024 के चुनाव में वो 'पप्पू' ही है जिसने देश को बचा लिया है.
नव निर्वाचित सांसद पप्पू यादव कहते हैं, 'पप्पू ने देश को बचा लिया है. आज देश सुरक्षित हुआ है और जिस तरह से देश डरा, सहमा हुआ था, नफरत का बीज बोया जा रहा था. देश के गरीब, दलित, आदिवासी डरे हुए थे, संविधान खतरे में लग रहा था ऐसे में जिस तरह से इंडिया ब्लॉक और कांग्रेस पार्टी सामने आई है इसे देश को बचाना ही कहा जाएगा.'
पप्पू यादव ने इस दौरान बारीकी से शेयर बाजार में हो रही उठापटक पर नजर रखते हुए कहा कि जिस तरह मतगणना से पहले शेयर मार्केट से 20 लाख से 30 लाख करोड़ चंपत हो जाता है, शेयर धारक बरबाद हो जाता है. एफबीआई और एमएफ पहले खरीद ली जाती है, इसमें सभी की मिली भगत है. इन सब घोटालों से देश को बचाने के लिए आगे आए.
वह कहते हैं मैं ओरिजिनल पप्पू हूं. मेरा नाम तो राजेश रंजन है जिसे मेरे गुरु आनंदमूर्ति ने दिया है.
'मैं सेवक हूं'
कोविड के दौरान और बाढ़ के दौरान पप्पू यादव आगे आए और उन्होंने अपनी बाहुबली की छवि को सुधारा, इस पर वो कहते हैं कि 'ये मेरे संस्कार है. देश में कहीं भी बाढ़ आई हो या फिर भुज का भूकंप आया हो या फिर बात करें कोरोना की मैं लोगों की मदद के लिए आगे आया हूं.
वह कहते हैं कि जब कोविड में पूरी दुनिया डरी हुई थी मैं नहीं डरा था. मैं लगातार लोगों की मदद में जुटा था. मैंने अकेले कोविड के दौरान 6 हजार से 10 हजार तक लाशें जलाईं हैं. यही नहीं मैंने बूस्टर डोज का भी विरोध किया क्योंकि सब धोखा है. बूस्टर डोज से लोगों को हार्ट अटैक आ रहा है, ब्रेन स्ट्रोक हो रहा है. इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा.
मुझे बाढ़ के दौरान खून में इन्फेक्शन हो गया था, मैं मर सकता था लेकिन मैंने काम को चुना. मैं मसीहा नहीं सेवक हो सकता हूं. मैं बेटा हो सकता हूं.
यादव कहते हैं, 'मसीहा तो नरेंद्र मोदी खुद को कहते हैं. पांच किलो अनाज दे रहे हैं. वो कहते हैं वोट दोगे तो पुण्य होगा नहीं दोगे तो पाप होगा.
जहां जहां राम का पैर पड़ा हार गए
पप्पू यादव कहते हैं कि खुद को संत कहते हैं पीएम साहब लेकिन देखिए न जहां जहां पैर पड़ा वहां से चुनाव हार गए हैं. लिस्ट है देख लीजिएगा. क्योंकि भगवान का दूसरा नाम है प्रेम वहां बदले की कोई जगह नहीं है.
मैं दिल से कह रहा हूं जिस तरह से 10,000 किलोमीटर राहुल गांधी चले हैं और संविधान को बचाने के लिए काम किया. प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में 200-200 सभाएं की है वो कोई असाधारण व्यक्ति भी नहीं कर सकता था. पेशेंस बहुत है राहुल गांधी के पास.
हर मजबूत चिढ़ है बिहार के युवराज को
पिछले कुछ दिनों से पप्पू यादव और तेजस्वी यादव की चिढ़ खुल कर सामने आई है. यह पूछे जाने पर कि क्यों चिढ़े हुए हैं तेजस्वी यादव पप्पू यादव से तो वो बड़ी ही बेबाकी से कहते हैं. मुझसे ने नहीं हर मजबूत से उनको चिढ़ है. वह कहते हैं,"राहुल गांधी तो देश के नेता हैं उनको नहीं बिहार में रैली करने दिया. ज्यादा से ज्यादा दो कार्यक्रम हुआ उनका. प्रियंका गांधी को लोग पसंद करते हैं लेकिन उनका कोई रोड शो बिहार में नहीं होने दिया. प्रियंका लोगों को आकर्षित करती हैं नीतिगत बातें करती हैं.कैसे देश में खुशहाली आए उसपर उनका विजन है. उसपर बात करती हैं लेकिन युवराज को इससे मतलब ही नहीं है.
पप्पू यादव ने कहा कि तेजस्वी ने जो किया वो सही नहीं था. मुझसे चिढ़ना छोड़ दो मुझसे चिढ़ कर क्या होगा. मैं लालू जी के साथ था लालू जी के जीने का तरीका बिलकुल अलग है. मैं लालू जी के साथ था और रहा.
राम हमारे आस्था
'हर हर महादेव हम करते हैं और राम हमारे आस्था के प्रतीक हैं.' पप्पू ने पीएम मोदी के लिए कहा, 'राम भगवान ने दुनिया को छत दिया और ये कहते हैं कि उन्होंने राम को छत दिया. राम ने हटा दिया. जब ये राम और अयोध्या की जनता के नहीं हुए तो किनके होंगे.' शिव को कहते हैं कि उनको मुक्त करा रहे हैं . 'अरे भाई शिव तो सृष्टि के रचियता हैं ये उनको क्या मुक्त कराएंगे. अब खुद जय श्री राम को छोड़कर वो जय जगन्नाथ कर रहे हैं.'
यह भी पढ़ें: Chirag Paswan Exclusive Interview:'NDA में रहकर ही लड़ेंगे बिहार विधानसभा चुनाव, चिराग पासवान बोले- हनुमान को जो.....
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.