क्या है Sickle Cell की बीमारी? बचपन में ही दिखने लगते हैं इस जेनेटिक रोग के लक्षण

Abhay Sharma | Updated:Jun 19, 2024, 11:54 AM IST

World Sickle Cell Day 2024

World Sickle Cell Day 2024: सिकल सेल की बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने और इससे पीड़ित लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हर साल 19 जून को विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस मनाया जाता है. 

सिकल सेल (Sickle Cell Disease) की बीमारी वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ रही है, ये एक ऐसी बीमारी है जो रक्त को प्रभावित करती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस बीमारी के कारण रक्त कोशिकाओं के भीतर हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) का स्तर प्रभावित होने लगता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस बीमारी और इसके लक्षणों (Sickle cell anemia) के बारे में सभी को जानकारी होना जरूरी है.

इस गंभीर बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने और इससे पीड़ित लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हर साल 19 जून को विश्व सिकल सेल जागरूकता (World Sickle Cell Day 2024) दिवस मनाया जाता है. 

क्या है सिकल सेल की बीमारी

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक जेनेटिक कारणों से होने वाली यह बीमारी रेड ब्लड सेल को प्रभावित करती है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इसमें रेड ब्लड सेल्स की शेप बिगड़ जाती है और शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन भी नहीं मिल पाता है.


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क्योंकि हीमोग्लोबिन में असामान्य (HB) चेन बन जाती है और इसी वजह से सिकल सेल एनीमिया, सिकल सेल थैलेसीमिया जैसी कई बीमारियां आपको अपनी चपेट में ले लेती हैं. ऐसे में जरूरी है कि समय रहते ही इसका इलाज करा लिया जाए.

क्या हैं इसके लक्षण

हड्डियों-मांसपेशियों में दर्द होना
हाथ-पैरों में सूजन की समस्या 
थकान और कमजोरी होना
एनीमिया के कारण पीलापन होना
किडनी की समस्या होना 
बच्चों के विकास में बाधा
आंखों से जुड़ी दिक्कत होना
इन्फेक्शन की समस्या 


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क्या है इससे बचाव के उपाय

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक सिकल सेल रोग एक जेनेटिक बीमारी है और इसी वजह से इसे पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है. बता दें कि इस बीमारी की गिरफ्त में आने वाले बच्चे को जन्म के तुरंत बाद वैक्सीन दी जाती है. इसके अलावा परिवार में सिकल सेल रोग का इतिहास होने पर जेनेटिक टेस्ट करवाना जरूरी है. 

स्थिति को देखते हुए इस बीमारी के इलाज में एंटीबायोटिक्स, इंट्रावीनस फ्लूइड, नियमित रूप से खून चढ़ाना और कई बार सर्जरी की भी जरूरत पड़ती है. बताते चलें कि इस बीमारी की उचित देखरेख की जाए तो सिकल सेल रोग को मैनेज किया जा सकता है. 

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

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